मंगल घट का अर्थ
[ mengal ghet ]
मंगल घट उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- लक्ष्मी का मंगल घट भरा रहता था।
- फुटकल रचनाएँ इनकी ' सरस्वती' में निकली हैं, जो 'मंगल घट' में संगृहीतहैं।
- किसी जमाने में उनके वंश में लक्ष्मी का मंगल घट भरा रहता था।
- शक्ति अधिष्ठïात्री देवी मां दुर्गा की आराधना नवरात्रि महापर्व आज घर-मंदिरों में मंगल घट स्थापना के साथ शुरू हो गया है।
- ' केशों की कथा ' , ' स्वर्गसहोदर ' इत्यादिबहुत सी फुटकल रचनाएँ इनकी ' सरस्वती ' में निकली हैं , जो ' मंगल घट ' में संगृहीतहैं।
- ' केशों की कथा ' , ' स्वर्गसहोदर ' इत्यादिबहुत सी फुटकल रचनाएँ इनकी ' सरस्वती ' में निकली हैं , जो ' मंगल घट ' में संगृहीतहैं।
- नावाँ सिटी जिला नागौर राजस्थान में 21 मई से 30 मई 2013 तक का आयोजन परम पूज्य गणाचार्य गुरुदेव श्री विरागसागरजी महाराज की आज्ञानुवर्ती सुशिष्या गणिनी श्रमणी विभाश्री माताजी ससंघ के सानिध्य में चल रहा है | जिसके अंतर्गत २ मई को महा विधान की महा मंगल घट ( कलश) यात्रा निकली गयी, कलश यात्रा में सम्पूर्ण नावाँ जैन समाज उपस्थित था ।
- ज्योति कलश छलके - ४ हुए गुलाबी , लाल सुनहरे रंग दल बादल के ज्योति कलश छलके घर आंगन वन उपवन उपवन करती ज्योति अमृत के सींचन मंगल घट ढल के - २ ज्योति कलश छलके पात पात बिरवा हरियाला धरती का मुख हुआ उजाला सच सपने कल के - २ ज्योति कलश छलके ऊषा ने आँचल फैलाया फैली सुख की शीतल छाया नीचे आँचल के - २ ज्योति कलश छलके ज्योति यशोदा धरती मैय्या नील गगन गोपाल कन्हैय्या श्यामल छवि झलके - २ ज्योति कलश छलके